एडीजी पालीवाल ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में गिरोह के मुख्य सरगना जसवंत सिंह ने बताया कि वह पिछले काफी समय से एसएससी की विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाकर परीक्षा दिलवा रहा है। इसके लिए वह प्रति परीक्षार्थी से 2 से 5 लाख रूपए वसूल कर रहा है।
फर्जी परीक्षार्थियों हेतु बिहार के विद्यार्थियों से संपर्क कर 50 हजार से 2 लाख रूपए तक देकर फर्जी परीक्षार्थी के तौर पर परीक्षा दिलवाने का कार्य कर रहा था। इससे पूर्व भी वह एसएससी व जीडी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों के जरिए परीक्षा दिलवा चुका है। एसएससी की वर्तमान प्रारंभिक परीक्षा में बिहारी विद्यार्थियों से परीक्षा दिलवाई गई थी।
जिनसे पैसों का विवाद हो जाने के कारण रविवार को मुख्य परीक्षा में स्वयं व अपने साथी देशराज गुर्जर जो पूर्व में ही कांस्टेबल जीडी परीक्षा में सफल हो चुका है, उनसे दिलवाया जाना बताया है। गिरफ्तार अभियुक्तों से अन्य परीक्षाओं में किए गए फर्जीवाड़े व उनके अंतर्राज्यीय नेटवर्क के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है।