अलवर उत्सव / इस किले काे लेकर कभी युद्ध नहीं हुआ इसलिए नाम बाला हाे गया

अलवर.  अलवर की स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में इन दिनाें मत्स्य उत्सव का आयाेजन हाे रहा है। शहर में अरावली के शिखर पर बाला किला बना है। ये किला यूं तो करीब 1000 साल पुराना है, लेकिन 244 साल पहले राव राजा प्रताप सिंह ने बिना युद्ध लड़े किले पर कब्जा किया और अलवर बसाया।


तब से किले पर कभी युद्ध नहीं लड़ा गया। इसी कारण इसे बाला यानी कुंवारा किला नाम मिला। भास्कर ने ड्राेन के जरिये पहली बार इसकी पूरी फाेटाे दिखाने का प्रयास किया। उधर, उत्सव के तीसरे दिन 25 नवंबर काे सुबह 11 बजे स्वामी विवेकानंद स्मारक पर पेंटिंग, मेहंदी व रंगाेली प्रतियाेगिता होगी। सिलीसेढ़ में पैडल बाेट रेस और आरआर काॅलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयाेजन हाेगा।